Up Polytechnic Freeze & FLOAT: यूपी पॉलिटेक्निक के पहले चरण काउंसलिंग के रिजल्ट 22 अगस्त को जारी कर दिया है ऐसे में जिन उम्मीदवारों को मनपसंद कॉलेज नहीं मिला है उनको किस तरीके से फ्रिज और फ्लॉट के ऑप्शन पर क्लिक करना है कैसे चुनना है ताकि कोई गलती ना हो जाए और मनपसंद कॉलेज भी उसके बाद मिल जाए तो इस लेख को पूरा पढ़े ताकि आपको फ्रिज और फ्लॉट के मतलब समझ में आ सके क्यों जरूरी होता है यह दोनों विकल्प
जब अप पॉलिटेक्निक के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू की जाती है तो सभी उम्मीदवार हिस्सा लेते हैं और मनपसंद कॉलेज को कम के अनुसार चॉइस फिलिंग करके लॉक करते हैं तो ऐसे में जब फाइनल रिजल्ट की तारीख आती है तो सीट अलॉटमेंट कर दिया जाता है उनकी सीटों के उपलब्धता रैंक के आधार पर।
यहां पर सभी उम्मीदवारों को जब सीट अलॉटमेंट कर दिया जाता है रिजल्ट चेक कर लेते हैं तो उसके बाद कुछ ऐसे भी उम्मीदवार होते हैं जिनको मनपसंद कॉलेज में ब्रांच या ट्रेड नहीं मिल पाता है तो उनका मात्र एक सवाल होता है कि कैसे हम इस कॉलेज और सेट को बदल सकते हैं तो उसके लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया में बदलाव करने का विकल्प आपको मिलता है लिए समझते हैं क्या करना पड़ेगा।
यूपी पॉलिटेक्निक में इन विकल्पों का प्रयोग उन उम्मीदवार को करना है जिनका प्रयोग पहले राउंड में सीट अलॉटमेंट कर दिया गया है अभी का आवंटन होने जा रहा है उन्होंने अभी तक कॉलेज आवंटन नहीं किया गया है और उनका इंतजार है कि कब सीट एलॉटमेंट एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो जाए.

सबसे पहले हम ऐसे फ्रिज और फ्लॉट के मतलब को समझेंगे क्या है या क्यों जरूरी है आपके लिए।
Up Polytechnic Freeze Option:
अप पॉलिटेक्निक में जब काउंसलिंग के बाद पहले राउंड या किसी भी राउंड का रिजल्ट जारी किया जाता है तो उसमें आपको कॉलेज अलॉट किया जाता है तो यहां पर आपको फ्रिज विकल्प इसलिए चुना होता है अगर आपको कॉलेज और ब्रांच कोड या ब्रांच दोनों पसंद है आपके मनपसंद के अनुसार मिला है तो आप फ्रिज का विकल्प चंगे और आप सीट लॉक करने के लिए 3250 रुपया शुल्क जमा करेंगे तो आपका नाम पर यह सीट लॉक कर दी जाएगी तो ऐसे में आपको फ्रिज का विकल्प चुनना होता है यह उन्होंने द्वारा के लिए है जो कॉलेज और ब्रांच जो अलॉट किया गया है उससे संतुष्ट हैं पूरी तरीके से।
Up Polytechnic FLOAT Option:
FLOAT ऑप्शन का प्रयोग यूपी पॉलिटेक्निक में जब काउंसलिंग के बाद रिजल्ट या सीट अलॉटमेंट किया जाता है तो उम्मीदवार को अगर कॉलेज नहीं पसंद है या ब्रांच नहीं पसंद है तो आपको FLOAT का विकल्प चुनना होगा ताकि आपको जो क्रमानुसार चॉइस फिलिंग के दौरान कॉलेज लॉक किया गया है उनमें से कोई दूसरा कॉलेज और ब्रांच मिल सके यह प्रक्रिया आपको तीसरे राउंड तक करनी है अंतिम राउंड में आपको जो कॉलेज दिया जाएगा वह आपको लेना पड़ेगा एडमिशन उसमें लेना पड़ेगा क्योंकि आपने अपनी चॉइस फिलिंग के अनुसार क्रमानुसार कॉलेज और सीट लॉक किया है।